10.91 लाख लोगों को मिला आयुष्मान भव:8 अस्पतालों में कोरोना सहित अन्य सभी बीमारियों का इलाज फ्री

कोरोना काल में राहतभरी खबर है। आयुष्मान भारत योजना के कार्डधारी व इसकी पात्रता रखने वाले परिवारों के सदस्यों का सरकारी व निजी अस्पतालों में कोरोना का नि:शुल्क इलाज हो सकेगा। यह लोग मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत स्वास्थ्य लाभ ले सकेंगे। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि जिले में योजना के 10 लाख 91 हजार 607 कार्ड बनाने का लक्ष्य है।

अब तक 6 लाख 46 हजार 972 हितग्राही के कार्ड बन पाए हैं। योजना में यह सुविधा दी गई है कि यदि कोई व्यक्ति आयुष्मान भारत योजना के लिए पात्र है लेकिन उसका कार्ड नहीं बन पाया है तो भी वह परिवार के अन्य सदस्य के कार्ड, खाद्यान्न पर्ची व समग्र आईडी के आधार पर योजना का लाभ ले सकता है। आपूर्ति नियंत्रक एमएल मारू के अनुसार जिले में 11 लाख 80 हजार खाद्यान्न पर्चीधारी हैं।

जिन परिवार के पास कार्ड नहीं वे इन तीन परिस्थितियों में आयुष्मान भारत योजना का लाभ ले सकते हैं

1. परिवार के किसी सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं खाद्यान्न पर्ची से यह पता चलता है कि संबंधित आयुष्मान कार्डधारक परिवार का है।
2. आयुष्मान कार्डधारी परिवार के एक सदस्य का कार्ड व साथ समग्र आईडी का प्रस्तुतिकरण, जिनसे यह पता चलता हो कि वह योजना के लिए पात्रता रखने वाले परिवार का है।

3. परिवार के एक सदस्य का आयुष्मान कार्ड एवं साथ में किसी शासकीय राजपत्रित अधिकारी का प्रमाणीकरण। अधिकारी इसके लिए समग्र पोर्टल के जरिए सत्यापित कर सकेंगे कि वह आयुष्मान कार्डधारी के समग्र आईडी परिवार का सदस्य है।

इलाज, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर, सीटी स्कैन सब फ्री

मुख्यमंत्री कोविड उपचार योजना के तहत कोरोना इलाज के दौरान रोगी को भोजन, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर इंजेक्शन, सीटी स्कैन सहित अन्य सुविधाएं भी मुफ्त मिलेंगी। इस नई व्यवस्था व योजना के लिए शासन से जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने के भी आदेश हैं। यह भी स्पष्ट है कि योजना से अनुबंधित अस्पतालों में 20 फीसदी बेड आयुष्मान कार्ड धारकों व अन्य पात्रों के लिए रिजर्व किए गए हैं।

जिले में अभी 8 अस्पताल हैं अनुबंधित

1- आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज 2- सीएचएल मेडिकल सेंटर 3- ग्लोबल हॉस्पिटल 4- बागड़ी आर्थो हॉस्पिटल। 5- चेरिटेबल अस्पताल 6- उज्जैन आर्थो हास्पिटल 7- मेवाड़ हाॅस्पिटल 8- रेडिएंट आई हाॅस्पिटल
इनके एमओयू होना बाकी: 1- जेके नर्सिंग होम। 2- पाटीदार हाॅस्पिटल। 3- आंबेडकर हास्पिटल। 4- जनसेवा अस्पताल नागदा। 5- सोराबाई हास्पिटल।

पात्र लोगों के कार्ड बनेंगे

^शासन के आदेश आएंगे तो लक्ष्य से बाकी बचे हुए सभी पात्र लोगों को भी आयुष्मान कार्ड बनाकर दिए जाएंगे। योजना में आठ अस्पताल अनुबंधित हैं, पांच का एमओयू प्रक्रिया में हैं।

धीरज पंचौली, आयुष्मान भारत योजना

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